Ayurvedic health tips 5 दैनिक क्रिया - क्रम जो आप को अमर बना सकते है
Ayurvedic health tips 5 दैनिक क्रिया - क्रम जोआप को अमरबना सकते है
दातन करना -
गले का ,तलवेका, जीवा का, दातो का रोगी मुखमें छाले हो, मुख में सूजन,सास की बीमारीखासी ,वामन रोगीदुबला ,भोजन केतुरंत बाद ,हिचकी,मूर्छा परिश्रम के बाद,पानी का रोगीकर्म युक्तकण की पीड़ावाला ,आखो कारोगी ,बुखार वालाहर्दय रोगी इन्हसभी मानुषो का दातुनकरना निषेद है
जिंभ की सफाई-
चांदी,ताम्बा ,या नरमलकड़ी ,पीतल आदिके पात्र सेही जिंभी कीसफाई करनी चाहिए!
दस अंगुल लम्बी ,नरमचिकनी ,लकड़ी याऊपर दी गयीधातु से धिरेसे जिंभी कीसफाई करनी चाहिए!
मेल , मुख कीविरसता, दुर्गंद ,और महककी जकड़न कोदूर करती है
मुख में बारबार शीतल जलसे कुला कएनेचाहिए जी कीकफ प्यास , औरमुख के मेलको डोर करताहै ग्राम पानीसे कभी भीकुला न करेकफ अरुचि , मेलदातो की जड़ताप्रदान करता है!
शीतल गालसे मुख धोनारक्त पित मुख कीपीड़ा मुख दोष, को डोर करताहै !
अंजन या सुरमालगाना -
सफ़ेद अंजनकरना आखो केलिए भोत हीआवश्यक किर्या है इश्केलगाने से नेत्रमनोहर और दिर्ष्टिपूर्ण होता हैसिन्द देश काकला सुरमा श्रेस्टहै जोकी नेत्र कीखुजली और मेलका हरण करताहै धुप औरतेज हवा केसहन करने वालाबनता है
अंजन निषेद -
जो रात्रिमें जगा होवाहो थका होवाहो , उलटी कीहो , भोजन केतत्काल बाद ,जावररोगी नहाने केतुरंत बाद ,ाशेप्राणियों को अंजननहीं करना चाहिए!
क्षौर क्रम-
पांच -पांचरात्रि के बादनख ढुडी,मुछबाल,और रोमोकी हजामत करता,नाख़ून काटता है वोव्यक्ति शोभा करक,पुष्टि करता धनिपवित्र ,कीर्तिमान होता है
Excersize करना-
दंड करने सेशरीर हल्का , laziness , भोजनको जल्दी पचानेवाला भूड़ापेको
दूर करनेवाला होता हैमोटापा दूर होताहै स्थूलता दूरहोती है चिकनाईखाने वालो केलिए बहोत कीजरूरी होता हैवशांत ऋतू में , और शीतऋतु में निरन्तरहितकारी होता है
दंड करतेसमयजब हिर्दय वायुमुख में आजाए अथार्तमुख सकनेलगे तो समझलेनाकी बलकि विर्धिसंभव है!
मालिश -
सुबहे के समयशरीर पर तेलकी मालिश करनीचाहिए सरसो कातेल , चन्दन कातेल ,चमेली कातेल ,उचित है, शिर कणऔर पेरो कीमालिश करनी ठीकहोता है!
शिर की मालिशसे नेत्र कीरौशनी बढ़ती है, शांति बल , निंद्रा,वर्ण,नम्रता आयु,को बढ़ाने वालीहोती है !
कानो कीसफाई -
कान में तेलडालने से कर्णरोगनहीं होते , मेलभी नहीं रहता गर्दनके रोगो सेभी निजात मिलतीहै !
कान में ओषदिडालनी हो तोभोजन से पहलेऔर तेल सूर्यास्तके बाद डालनाचाहिए !
पेरो की मालिश-
पेरो का सोना, संकोच ,और पेरोका फटना ,रोगदूर होते है
स्नान करते टाइमपेरो की मालिशजरूर करनी चिहए
स्नान -
स्नान करने सेअग्नि दीपन होतीहै आयु कोबढ़ाता है बल, खुजली ,परिश्रम ,पसीने ,तन्द्रापियास ,पाप कोदूर करता हैस्नान करने सेजठर अग्नि दीप्तितहोतीहै
गर्म जल सेबल को बढ़ाताहै ,वात कानाश करता हैबहोत गर्म जलनेत्रों की ज्योतिको मंद करताहै परतु मस्तकमें वात ,पितके रोगको दूर करताहै !
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